राजभर समाज ने नगर निगम को सौपा साक्ष्य, महाराजा सुहेलदेव राजभर तिराहा लखनऊ

 

Maharaja Suheldev Rajbhar Tiraha

 लखनऊ - आप सभी को पता है कि लालबाग तिराहा का नाम बदलकर महाराजा सुहेलदेव राजभर तिराहा कर दिया गया है जब से यह नाम बदला है तब से पासी और करनी सेना में खलबली मची है कुछ पासी समाज के मनचले महाराजा सुहेलदेव राजभर के इतिहास से छेड़छाड़ करना चाह रहे थे जिसके जवाब मे लखनऊ में राजभर समाज के संयुक्त मोर्चा के बैनर तले पवन जी की अध्यक्षता में राजभर समाज के संयुक्त मोर्चा की बैठक की गई जिसमें राजभर समाज के देशभर के संगठन भाग लिया जिसमें राजभर एकता कल्याण समिति, लखनऊ हरियाणा का राजभर समाज संगठन, चंडीगढ़ का राजभर सुधार समिति, मुंबई का राष्ट्रीय राजभर सेवा संघ,राजभर विकाश संस्था मुंबई,सुहालदेव पार्टी, जिसमें दिल्ली सूरत गुजरात आसाम मध्य प्रदेश उत्तराखंड उत्तर प्रदेश के विभिन्न संगठनों ने भाग लिया ।


राजभर समाज के संयुक्त मोर्चा ने कहां की कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा हमारे आराध्यम महाराजा सुहेलदेव राजभर के इतिहास के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास कर रहे हैं जो होने नहीं दिया जाएगा आज महाराजा सुहेलदेव राजभर की बदौलत हिंदू धर्म हमारा जीवित । जो भी हमारे इतिहास के साथ छेड़छाड़ करता है उसके खिलाफ हम लोग आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएंगे तमाम प्रमाण व साक्ष्य है इसे कोई मिटा नहीं सकता है।


धन्यवाद कार्यक्रम

Rajbhar Samaj


धन्यवाद करते है भाजपा सरकार का जिन्होंने 1992 में  मुख्यमंत्री राजनाथ सिंह जी का, जिन्होंने राजभर समाज की गौरव गौरवशाली इतिहास को जानने के बाद हमारे आराध्य महाराजा सुहेलदेव राजभर जी के मूर्ति का अनावरण किया और आज एक बार फिर माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का लखनऊ नगर निगम एवं नगर आयुक्त लखनऊ तथा महापौर संयुक्ता भाटिया जी के ऐतिहासिक निर्णय का राजभर समाज आप सभी का धन्यवाद करता है शासन और प्रशासन का जिस तरह से प्रशासन ने मुस्तैदी दिखाते हुए असामाजिक तत्वों को सबक सिखाने का काम किया इसके लिए हम प्रशासन का बहुत-बहुत आभारी रहेंगे ।


Dhanyawad Karyakram

नगर निगम के इस फैसले को देशभर के सभी संगठनों ने नगर आयुक्त नगर निगम प्रदेश सरकार का धन्यवाद इस मौके पर देशभर के सभी संगठनों ने निर्णय लिया कि हम अपने इतिहास के साथ छेड़छाड़ को बर्दाश्त नहीं करेंगे जिसमें हरियाणा,फरीदाबाद, पंजाब, लुधियाना, चंडीगढ़, मुंबई, नागपुर आसाम, कोलकाता, बिहार, झारखंड, सूरत, उत्तर प्रदेश के विभिन्न संगठन एवं समिति जिसमें राज भर विकास संस्था, ए आर एजुकेशन सोसायटी, सुहलदेव राजभर संगठन, राष्ट्रिय राजभर युवा मंच, सुहलदेव राजभर अधिकार मंच ,राजभर शोध संस्थान, आदि मौजूद रहे ।इस मौके पवन राजभर ,बब्बन राजभर मुन्नीलाल राजभर,प्रकाश राजभर , रामवचन मास्टर साहब, मेवालाल राजभर, रामचंद्र राव इतिहासकार, रामज्ञा राजभर प्रांतीय अध्यक्ष अखिल भारतीय राजभर संगठन,फौजदार राजभर,Dr. रामानद राजभर, राणा विजय राजभर, वैजन्ती राजभर, अर्जुन राजभर, अंकित राजभर, दरोगा राय राजभर, वसंत सिंह विशेन,बलिया,प्रमोद राजभर,विनोद राजभर अयोध्या,Dr.मनोज राजभर फतेहपुर,रविन्द राजभर अमेठी, विंध्याचल राजभर कानपुर,रामायण राजभर श्रावस्ती , मुलाहू राजभर,जिला पंचायत सदस्य श्रावस्ती, राष्ट्रीय अध्यक्ष संतलाल राजभर(सुहलदेव पार्टी),समस्त राजभर समाज के लोग मौजूद रहे ।

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