गुप्तकाल में राजभरों का था शासन । Guptkaal Me Rajbharon Ka Tha Shasan
नमस्कार दोस्तों आप देख रहे हैं राजभर इन इंडिया, आज लेकर आये है राजभरों का इतिहास , आज बात करेंगे कि गुप्तकाल में सुरहुरपुर गांव में राजभरों का शासन था
हिन्दुस्तान अखबार ने एक आर्टिकल छापा है आप अखबार की कटींग देख सकते हैं यह 16 मार्च 2015 की खबर है आइये पुरा खबर पढ़ते हैं।
गुप्तकाल में राजभरों का था शासन । Guptkaal Me Rajbharon Ka Tha Shasan
तहसील और ब्लाक क्षेत्र जलालपुर का चर्चित गांव सुरहुरपुर शोध का विषय बन गया है शोध करने वाले छात्र श्याम प्रकाश विश्व कर्मा निवासी मछलीगांव ने छह सौ ईस्वी पूर्व कृष्णमार्जित संस्कृति का प्रार्दुभाव देखने का दावा किया है। दावा किया है कि कुषाण काल व गुप्तकाल में सुरहुरपुर में राजभरों का शासन था।
प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व विभाग लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ के शोध छात्र श्याम प्रकाश की शोध में पता चला है कि नूरशाह ने राजभर राजा पर आक्रमण किया। भयंकर युद्ध में राजभरों की पराजय हुई मगर नूरशाह सपरिवार खत्म हो गया । नूरशाह को यही दफन किया गया तब से आबाद रौजा , जफरपुर , मुरगुजार में सालाना उर्स आयोजित होता है
कुषाण काल व गुप्तकाल में सुरहुरपुर में राजभरों के शासन का प्रमाण इस स्थल को राजभरी कोट कहना और रौजे की सीढ़ियों में कुषाण वा गुप्तकालीन की ईंटों का प्रयोग होना है श्याम प्रकाश ने शोध में सुरहुरपुर के पुरातात्विक पक्ष को उजागर किया है।
दोस्तों आपने देखा कि राजभरों के शासन का प्रमाण आज भी है राजभरो के इतिहास के बारे में ऐसे ही जानकारी पाने के "राजभर इन इंडिया" को सब्सक्राइब करें और अपने दोस्तों को भी इस वेबसाइट के बारे में बतायें।
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जवाब देंहटाएंसंदर्भ संख्या : 15191210070781 , दिनांक - 24 Nov 2021 तक की स्थिति
जवाब देंहटाएंआवेदनकर्ता का विवरण :
शिकायत संख्या:-15191210070781
आवेदक का नाम-पंचम राजभरविषय-वन्य जीव विहार का नाम परिवर्तित किये जाने के संबंध में।
विभाग -पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभागशिकायत श्रेणी -
नियोजित तारीख-24-11-2021शिकायत की स्थिति-
स्तर -शासन स्तरपद -अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव
प्राप्त रिमाइंडर-
प्राप्त फीडबैक -दिनांक को फीडबैक:-
फीडबैक की स्थिति -
संलग्नक देखें -Click here
नोट- अंतिम कॉलम में वर्णित सन्दर्भ की स्थिति कॉलम-5 में अंकित अधिकारी के स्तर पर हुयी कार्यवाही दर्शाता है!
अधीनस्थ द्वारा प्राप्त आख्या :
क्र.स. सन्दर्भ का प्रकार आदेश देने वाले अधिकारी आदेश/आपत्ति दिनांक आदेश/आपत्ति आख्या देने वाले अधिकारी आख्या दिनांक आख्या स्थिति संलगनक
1 आख्या श्री संजय प्रसाद (प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय ) 22-10-2021 कृपया परीक्षणोपरान्त शीघ्र समुचित कार्यवाही कर अवगत कराये जाने की अपेक्षा की गयी है। अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव -पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग 16-11-2021 शासन स्तर से अनुमोिदत निस्तारित
2 आख्या अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव/सचिव (पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ) 26-10-2021 नियमनुसार आवश्यक कार्यवाही करें प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष -वन 12-11-2021 महोदय, आख्या निस्तारित हेतु प्रेषित है। निस्तारित
3 आख्या प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष (वन ) 27-10-2021 आवश्यक कार्यवाही करने का कष्ट करें एवं आख्या प्रेषित करें मुख्य वन संरक्षकजोन -पूर्वी गोंडा 10-11-2021 प्रभागीय वनाधिकारी सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग, बलरामपुर के द्वारा उपलब्ध करायी जांच आख्या के आधार पर उक्त शिकायत निक्षेप किये जाने योग्य है। अतः उक्त शिकायत को निक्षेपित करने का कष्ट करे। निस्तारित
4 आख्या प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं विभागाध्यक्ष (वन ) 08-11-2021 मुख्य वन संरक्षक महोदय, प्रकरण में पुनः अपनी स्पष्ट संस्तुति के साथ पूर्ण आख्या उपलब्ध कराने का कष्ट करें। मुख्य वन संरक्षकजोन -पूर्वी गोंडा 03-11-2021 प्रभागीय वनाधिकारी, सोहेलवा वन्य जीव प्रभाग, बलरामपुर के द्वारा उपलब्ध करायी जांच आख्या के आधार पर शिकायत निक्षेप किये जाने योग्य है।