श्रीनगर को बसाने वाले भर राजा श्रीदेव का इतिहास
साथियों आज मैं श्रीनगर की बात करने वाला हूं श्रीनगर अब आप सोच रहे हैं कहीं मैं जम्मू कश्मीर के श्रीनगर की बात कर रहा हूं तो आप गलत सोच रहे हैं मैं जम्मू कश्मीर के श्रीनगर की बात नहीं कर रहा हूं मैं बात कर रहा हूं बिहार के श्रीनगर की , बिहार में एक ऐसे गांव है जिसका का नाम है श्रीनगर , वह गांव है मधेपुर शहर से करीब 20 से 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।
श्रीनगर एक गांव है परंतु यह गांव एक ऐतिहासिक गांव है अब इसका नाम श्रीनगर कैसे पड़ा, किस राजा के नाम पर पड़ा, किन लोगों के शासन करने की वजह से पड़ा साथियों यह लोगों को नहीं पता है वहां पर दो बड़े बड़े किले ,शिवालय के पुराने अवशेष आज बिखरे पड़े हैं शिवालयों के मूर्ति शिवलिंग यह बड़े बड़े पथर के मंदिरों के अवशेष और यहां पर दो बड़े किले है और दो विशाल कुंड भी है तो हम आपको बताते है बिहार के सरकारी बेबसाइट पर यह जानकारी मिलता है लेकिन वहां पर अधूरा इतिहास लिखा गया है । श्रीनगर को किसने बसाया है , वह राजा किस वंश के थे यह जानकारी कहीं न कहीं छुपा दिया गया है ।
इस लेख मे आपको पुरी जानकारी एकदम बिल्कुल प्रमाणिक तथ्य के साथ आपको बताऊंगा तो आप इस लेख को पुरा पढ़े तभी आप सही इतिहास आपको पता चल पाएगा चलिए पहले हम चलते बिहार की वेबसाइट बिहार सरकार संस्कृत और विरासत के रूप में अलग अलग जिलो के बारे में बताती है श्रीनगर मधेपुरा शहर से 22 किलोमीटर की दूरी पर उत्तर पश्चिम में स्थित है श्रीनगर गांव में दो किले है माना जाता है इनम से एक किले का इस्तेमाल राजा श्रीदेव रहने के लिए किया करते थे किले के पश्चिम और दक्षिण पश्चिम दिशा की और दो विशाल कुंड भी स्थित है ।
साथियों यहां पर पूरा सच आपको जानने को मिलेगा आप देख रहे हैं "A Statistical Account Of Bengal Vol.14 " जो हन्टर , विलियम विलसन के द्वारा लिखा गया है और 1877 की रिपोर्ट है अब इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं आज और तब के बीच में इतने समय के बाद भी सच सच है और कैसे सच को छुपाया जाता है और झूठ को प्रचारित किया जाता है । पेज नंबर 105 पर स्पष्ट शब्दों में लिखा है ।
"Srinagar is known to have been erected by Srideo, a Bhar chieftain, probably three or four hundred years ago, at the same time that his brothers, Kap and Bijal, built the forts called after their names."
ऐसा माना जाता है कि श्रीनगर का निर्माण श्रीदेव, एक भर सरदार ने किया था। शायद तीन या चार सौ साल पहले, उसी समय जब उनके भाइयों, कप और बिजल ने अपने नाम पर किले बनवाए थे। धबौल्त, मदनपुर और पाथर घाट के किले भी तीन भर भाइयों ने आपसी सुरक्षा के लिए बनवाए थे यह 1877 की रिपोर्ट है बिहार सरकार श्रीदेव को तो बताती है लेकिन श्रीदेव कौन थे भर नहीं बताती है भर और राजभर बिहार में आज भी दो कैटेगरी में बाट दिया गया है कुछ है चोर लोग हम लोगों को फिर से अलग करने की कोशिश करते हैं लेकिन भर और राजभर एक ही है और यही भर राजाओं के द्वारा बनाया गया जिसे हम आज राजभर कहते हैं ।
आइये दूसरा प्रमाण देखते है "Bengal District Gazetteers Bhagalpur" के पेज नंबर 42 पर स्पष्ट लिखा है कि ऐसा माना जाता है कि श्रीनगर का निर्माण संभवतः तीन या चार सौ वर्ष पूर्व एक भर सरदार श्रीदेव ने करवाया था। उसी समय उनके भाइयों कप और बिजल ने अपने नाम पर किलों का निर्माण करवाया था। मेरे साथियों ऐसा नहीं है कि भर /राजभर का इतिहास सिर्फ उत्तर प्रदेश ,मध्य प्रदेश ही नहीं पूरे बिहार से लेकर मध्य प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक या कहले भारत का इतिहास ही भरो के बिना अधूरा है।
महत्वपूर्ण प्रश्न
1) श्रीनगर को किसने बसाया था?
उत्तर - श्रीनगर को भर राजा श्रीदेव ने बसाया था यह बिहार के मधेपुरा शहर से 22 किलोमीटर दूर स्थित है ।
2) श्रीदेव कौन थे ?
उत्तर - श्रीदेव एक भर राजा थे जिनके नाम पर श्रीनगर गांव का नाम पड़ा । श्रीनगर बिहार प्रदेश में पड़ता है ।
3) भर कौन थे ?
उत्तर - भर एक शासक जाति है जिसे आज राजभर कहा जाता है । भर के बीना भारत का इतिहास अधूरा है ।
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